ऐतिहासिक स्थल शब्द का
प्रयोग ही उन जगहों की परिभाषा है, जो हमारे इतिहास के पन्ने प्रतिबिंबित करते हैं। और जिन्हें आज भी मान्यता दी जाती है। अगर स्पष्ट शब्दों में कहें तो हमारे आसपास
की भौतिक परिसर में रहकर उन्होंने हमारे जीवन पर एक गहरा असर किया है। हम
बात करेंगे उन जगहों के जिनका दरखास्त है और जो हमारे विचारों में एक खास जगह बना
चुके है।
आज हम लंदन शहर में लैंड मार्क को सम्मानित करने आए हैं वो लैंड मार्क जिससे इस शहर को पहचाना जाता है। Thames नदी पर बना London का Tower bridge एक बिजोर संरचना है। 1876 में बना tower bridge Thames नदी पर स्थित सबसे सुंदर और समोहक माना जाता है। यह पुल बनाने की जरूरत तब महसूस होने लगी जब लंदन में नदी पार जाने की आवश्यकता पहले से बने हुए फूलों के सामर्थ्य को मात दे बढ़ती चली जा रही थी। शहर के पूरबी छोर उद्योग व्यापर बढ़ रहे थे, गाड़ियों के आने जाने के लिए रस्तो की बढ़ती मांग के परिणाम स्वरूप नदी पर इस मार्ग को बनाया गया।
आज हम लंदन शहर में लैंड मार्क को सम्मानित करने आए हैं वो लैंड मार्क जिससे इस शहर को पहचाना जाता है। Thames नदी पर बना London का Tower bridge एक बिजोर संरचना है। 1876 में बना tower bridge Thames नदी पर स्थित सबसे सुंदर और समोहक माना जाता है। यह पुल बनाने की जरूरत तब महसूस होने लगी जब लंदन में नदी पार जाने की आवश्यकता पहले से बने हुए फूलों के सामर्थ्य को मात दे बढ़ती चली जा रही थी। शहर के पूरबी छोर उद्योग व्यापर बढ़ रहे थे, गाड़ियों के आने जाने के लिए रस्तो की बढ़ती मांग के परिणाम स्वरूप नदी पर इस मार्ग को बनाया गया।
इसकी रचना शहर के वास्तुकार होरेसजेस और जॉन बैरी ने की थी। और 1894 में ही पूरा हुआ। इस ब्रिज की लंबाई 265 मीटर है, और इसको बनाने के लिए 400 मजदूर लगे इसकी ढांचे को बनाने के लिए
करीब 11000 टन स्टील का उपयोग किया गया था। अब ये लन्दन शहर की आसानी से पहचानी जाने वाली विशेस्ता में से एक है।
London का tower bridge एक ऐसा Bridge है जीसमें एक जोड़ है जिसको
विभाजित करके समुद्री यातायात और फिर जोड़कर पैदल रास्ते की तरह इस्तेमाल किया जा
सकता है। अगर आप ब्रिज के नीचे से गुजरती नौका में हो तो आप विभाजित होने वाली इस ब्रिज के रोमांच को करीब से देख सकते हैं। शाम के बाद रात की कोमल आवरण में आप यहां
का मजा ले सकते हैं और लंदन के आकाश के साए तले सुहानी रात का आनंद भी उठा सकते
हैं। ब्रिज के विभाजन का समय पूर्व निर्धारित है इससे प्रयटको को यह जानकारी मिलती है यह किस समय विभाजित होगा और ये नाव की सवारी कर सकते
हैं
1982 में लंदन टावर
ब्रिज का ऊपरी रास्ता हॉल के तौर पर आम लोगों के लिए खोल दिया गया। इस रास्ते को
परिवर्तित करके इसकी बंद जगह में ब्रिज के चित्र रखे गए और इतिहास की जानकारी
प्रदर्शित की गई है लंदन टावर ब्रिज के ऊपर से देखे गए दृश्य अविश्वसनीय है, और
इसकी खिड़कियां कुछ इस तरह से बनाई गई है कि खिड़कियों के कांच के पीछे से
हस्तक्षेप के बगैर तस्वीर ले सके। ब्रिज की बेहद सुंदर और अद्भुत विशेषता लोगों के मन
में बस जाती है। पीड़िया बीत गई और अब तक ये ब्रिज यह समय प्रकृति और लोगों को समान रूप से जीता हुआ खड़ा है। आज ये ब्रिज लन्दन के दक्षिण में बसे नगर को इस शहर के मुख्य केंद्र से जोड़ता है। इस शहर का वित्तीय जिला भी है।
एक भौगोलिक
अर्थव्यवस्था एक और भावनात्मक जोड़ का महत्व रखता हुआ। इसे बनाने का जो महान
उद्देश्य था उस काम को आज भी लगन से करता है। आज यह Tower Bridge को लन्दन का साही चिन्ह समझा
जाता है। जैसे कहते है की हर शहर की अपनी आत्मीयता होती है उसी तरह ब्रिज और उसकी
विशालता इस तरह शहर के अंदाज में लिपटी हुई है कि उन्हें कभी अलग ही नहीं किया जा
सकता बल्कि इस देश का अत्यावश्यक अभ्यास है| 2022
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