Technology कुछ ही समय के भीतर तेजी से प्रगति कर रहा है। और इसे संसार में एक अद्भत नवीनता माना जाता है। हम हमेसा सबसे बड़े, सबसे ुचे आदि के खोज में रहते है।
शोध की हमारी यात्रा कभी समाप्त न हो, आइए आज जानते है 10 आधुनिक (Modern) इंजीनियरिंग के चमत्कार के बारे में।
Top 10 Wonders of modern engineering
01. मिलै वियाडक्ट (फ्रांस)
यह दुनिया का सबसे लम्बी केबल सड़क पुल है। इसके पास टावर्स है जो एम्पायर स्टेट बिल्डिंग के लगभग 1125 फिट लम्बे है इसे गर्मी के छुट्टी के समय पेरिस और बर्सिलोना के बिच भीड़ भाड़ वाले यातायात को काम करने के लिए सुरु किया गया था।900 फिट की उचाई वाले इस पुल को बनाने में इस्तमाल की गई तकनीक सभी को आकर्षित करता है। टावर्स के दोनों किनारो पर सड़के बनाई गई है और खंडो को स्थापित पुल के मध्य में लुढ़का दिया गया है।
02. बेनिस टाइड बैरियर प्रोजेक्ट (इटली )
दुनिया के सबसे बड़ी बाढ़ रोक थाम परियोजना , वेनिस शहर को डूबने और बाढ़ से सुरक्षित रखने में 40 साल से बहस का समाधान की इसमें 70 घूर्णन द्रार है। जिनसे प्रत्येक का एरिया 6500 वर्ग फिट है।सभी द्वार धतु के बक्से है जो समुन्द्र के निचे है। जब भी ज्वर साढ़े 3 फिट से ऊपर उठ जाता है तो पानी फ्तक से हटा दिया जाता है। जिससे वह फ्लोट करने लगता है।
03. तीन घाटी बांध (चीन )
यह दुनिया की सबसे बड़ी पन बिजली ऊर्जा केंद एवं दुनिय की सबसे बड़ी ठोस संरचना भी है यह बांध ढेड़ मील चौड़ी और 18 परमाणु ऊर्जा के संयंत्रों के बराबर बिजली बनती है. यह ऊर्जा के अलावा बांध शिपिंग पावर भी बढ़ती है और बाद भंडारण स्थान भी प्रदान करती है एक चमत्कार होने के बाउजूद, इस बांध ने भूस्खलन और एक लाख से अधिक लोगो के बिस्थापन और पुरात्विकत स्थलों के बाढ़ जैसी पारिस्थितिक समस्याओ के कारण बहुत से विवाद भी पैदा किये है।
04 . नेशनल स्टेडियम (बीजिंग, चीन)
दुनिया के सबसे बड़ी इस्पात ढांचे को "बर्ड नेस्ट" भी कहा जाता है। यह ओलम्पिक स्टेडियम , कला की संरचना का बेहद खूबसूरत उदाहरण है इसे 2008 के ओलम्पिक के लिया बनाया गया था।इसमें लगभग 8000 लोगो की सीट हैं। स्टेडियम का निर्माण में 26 मील की अनलिंक स्टील है और यह दो स्वतंत्र संरचनाये है जो 50 फिट की दुरी पर है। यह दुनिया की सबसे बड़ी ऊर्जा कुशल और पर्यावरण अनुकूल स्टेडियम है।
05. पाम द्वीप (दुबई)
यह दुनिया का सबसे बड़ी मानव निर्मित द्वीप है और शायद इस लिस्ट में शामिल दुनिया का सबसे बड़ी परियोजना भी।यह द्वीप दुबई के निकाट पर्सियन खाड़ी में संयुक्त अरब अमीरात के तट पर स्थित है
इसके निर्जन में मुख्यत: रेत से समुन्द्र तट को भरा गया है।
इसके निर्जन में मुख्यत: रेत से समुन्द्र तट को भरा गया है।
इस परियोजना ने दुबई के किनारे पर 320 मील की दुरी पर समुन्द्र तटों को जोड़ा है। द्वीप में लक्जरी होटल ,उच्च अंत मकान ,थीम पार्क और बहुत कुछ शामिल है।
06 . लार्ज हेड्रॉन कोलाइडर (जिनेवा ,स्वीट्लैंड)
दुनिया की सबसे बड़ी और उच्तम कण ऊर्जा त्वरक ने आधुनिक भौतिकी को बदलने में मदद की है। इसकी त्वरक 17 मील के परिधि के साथ एक 574 फिट लंबी सुरंग में भूमिगत स्थित है यह परियोजना की सी.इ.आर.एन. द्वारा विकसित की गई थी।इसके निर्माण का मुख्य उद्देश्य विज्ञान और ब्रह्माण्ड के कई रहस्मय सवालों के जवाब के साथ साथ टेक्नोलॉजी जैसे - चिकित्सा इमेजिंग और इलेक्ट्रॉनिक को विकसित करना था।
07 . चैनल सुरंग
दुनिया की सबसे लम्बी पानी के निचे की सुरंग, 32मील लम्बी जो अंग्रेजी चैनल के निचे इंग्लैंड और फ्रांस का है। इसे चैनल भी कहा जाता है। सुरंग का सबसे निचला भाग 250 फिट गहरा है।जबकि इसका रेल 23.5 मील पानी के निचे जलमग्न है। सुरंग में यात्रा को लेकर 20 मिनट लगती है एवं ट्रेनों की गति 100 मील प्रति घंटे तक पहुंचाती हैं।
08. चंद्र X- Ray वेधशाला
दुनिया का सबसे शक्तिशाली x -ray टेलिस्कोप वैज्ञानिको को ब्रह्माण्ड के उच्च ऊर्जा क्षेत्र से एक्सरे छबिया लेने की अनुमती देता है। सेटेलाइट को नावेल पुरस्कार विजेता भौतिकी वैज्ञानिक सुब्रह्ण्यन चंद्र शेखर के नाम पर रखा गया था।यह चंद्र , नासा द्वारा सुरु किये गए चार में से तीसरी महान वेधशाला है। 45 फिट के लम्बाई के साथ यह टेलिस्कोप लॉन्च की गई सबसे बड़ी उपग्रह हैं।
09 . बैलॉन्ग एलिवेटर चीन
यह चीन में झांग जियाजी नेशनल फारेस्ट पार्क में एक विशाल चटान की एक सतह पर निर्मित है ब्लोंग एलिवेटर दुनिया की सबसे बड़ी और भरी आउटडोर लिफ्ट है।यह 1070 फिट उची है और इसमें तीन डबल कालीन ग्लास लिफ्ट है। लिफ्ट को बेस से ऊपर तक सवारी करने ने दो मिनट लगते है। एक यात्रा 50 लोग एव रोजाना 18000 लोग यात्रा करते है।
10. नई घाटी परियोजना (पश्चिमी रेगिस्तान, मिस्र)
यह मिस्र में सबसे बड़ी विकाश एवं महत्वाकांक्षी परियोजना है, नई घाटी परियोजना एक अरब एक करोड़ रेगिस्तान को प्राप्त करने के लिए एक विशाल सिंचाई प्रणाली का निर्माण करेगी।परियोजना 2005 में शुरू हुए थी और यह 500000 एकड़ के रेगिस्तान को कृषि भूमि में परिवतन कर देगी। नई घाटी परियोजना का इरादा दूसरी नील नदी घाटी बनाने का है।
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