मोबाइल फोन का कार्य सिद्धान्त How to Mobile Phone Work (in Hindi) 2022

मोबाइल फोन का कार्य सिद्धान्त ( Working principle of mobile phone ) - मोबाइल टेलीफोन द्वारा चलते हुए भी बातचीत करना सम्भव है। 

यह टेलीफोन एक्सचेन्ज व्यवस्था के स्थान पर प्रयुक्त सेल्युलर रेडियो नेटवर्क तकनीकी के कारण सम्भव हो सका है । इस तकनाका क अन्तगत । 

एक सम्पूर्ण सेवा क्षेत्र के लिए एक अकेले उच्च शक्ति ट्रांसमिटर के स्थान पर अनेकों निम्न शक्ति ट्रान्समिटर स्थापित किये जाते हैं जिनमें प्रत्येक सम्पूर्ण क्षेत्र के एक भिन्नात्मक भाग को अधिग्रहण करता है । 

प्रत्येक निम्न शक्ति टांसमिटर आधार स्टेशन ( Base station ) कहलाता है.

भिन्नात्मक भाग एक सेल कहलाती है । प्रत्येक सेल में एक एण्टीना लगा होता है जिसके माध्यम से मोबाइल फोन से रेडियो सिगनल भेजे जाते हैं तथा अन्य मोबाइल फोन से प्राप्त रेडियो सिगनल ग्रहण किये जाते हैं जो कि सेल के अन्तर्गत नीहित रहते हैं । 

एक क्षेत्र के समस्त सेलों के एण्टीना परस्पर ठीक उसी प्रकार एक नेटवर्क से जुड़े रहते हैं जिस प्रकार Internet में कम्प्यूटर्स जुड़े रहते हैं । 

प्रत्येक सेल एण्टीना अपने चारों ओर न्यूनतम 1 . 5 से 2 किमी तक तथा अधिकतम 48 से 56 या अधिक किमी का क्षेत्र अधिग्रहण करती है जो उपभोक्ताओं की संख्या पर निर्भर करता है ।

Mobile Telephone Switching Office (MTSO)

प्रत्येक आधार स्टेशन एक स्विचिंग ऑफिस से जड़ा रहता है जिसको Mobile Telephone Switching Office ( MTSO ) कहते हैं । मूलत : यह मोबाइल टेलीफोन सेलों के लिए टेलीफोन एक्सचेन्ज की भाँति व्यवहार करता है । _ MTSO सभी बेस स्टेशनों तथा टेलीफोन केन्द्रीय ऑफिस के बीच संचार स्थापित करता है । 

मोबाइल टेलीफोन्स ( 800 - 950 ) MHz परास की | UHF आवृत्तियों पर संचालित किये जाते हैं । जब किसी मोबाइल का स्विच ऑन किया जाता है.

 तुरन्त MTSO उस सेल की पहचान करके जिसमें यह उपस्थित है , इसकी स्थिति नोट कर लेता है । यदि मोबाइल फोन का उपभोक्ता एक सेल जोन से दूसरी जोन में जाता है तो MTSO उस फोन को नयी सेल | एण्टीना से जोड़ देता है । 

इस कार्यविधि को हैण्ड ओवर या हैण्ड ऑफ कहते हैं । इस प्रकार गति करते हुए मोबाइल उपभोक्ता को बात करने के लिए | वांछित मोबाइल से जोड़ दिया जाता है ।

सेल एण्टीना

जब कोई मोबाइल उपभोक्ता अपने मोबाइल से कोई मोबाइल नम्बर डायल करता है तो उसके मोबाइल से लगा दोलित्र परिपथ एक विशे । । आवृत्ति की विद्युत् - चुम्बकीय तरंगें उत्पन्न करता है । 

काल नम्बर की सूचना लिए हुए यह तरंग मोबाइल की एण्टीना के माध्यम से उस सेल के एण्टीन को प्रेषित कर दी जाती है जिस क्षेत्र में वह उपस्थित है । 

सेल एण्टीना द्वारा इस सिगनल को MTSO को हस्तान्तरित कर दिया जाता है । MTSO का कम्प्युटर निकाय डायल किये गये नम्बर से सम्बन्धित मोबाइल की सेल की स्थिति पहचानता है.

FAQ

मोबाइल का शिक्षा में उपयोग क्या है?
मोबाइल का शिक्षा में उपयोग बहुत है जैसे - online class हम अपने घर बैठे कर सकते है.  मोबाइल आने से शिक्षा सरल और सुगम साधन बन गया है.

हमारे जीवन में मोबाइल का क्या महत्व है?
आज के समय में मोबाइल फ़ोन हमारे लिए अति आवश्यक हिस्सा बन गया है. मोबाइल  से हम मीटिंग शेड्यूल, दस्तावेज भेजना और प्राप्त करना, प्रस्तुतिकरण, आदि बहुत सारे कम अपने जीवन में कर सकते है.


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